आत्म-जागरूकता

भौतिकता से परे: संतोष की सच्ची तलाश

दिखावा और मान्यता की चाहत हमें और भी अकेला बना देती है। हम जितना अधिक दूसरों से प्रेम और स्वीकृति की उम्मीद करते हैं, उतना ही हम उनसे दूर होते...